MP में कल आएगा प्री मानसून:भोपाल समेत 12 जिलों में अगले 24 घंटे में बारिश, इंदौर में 24 मई तक बूंदाबांदी

फ़ोटो अमर उजाला
  • मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी की छुट्‌टी नौतपा (25 मई) से पहले ही होने वाली है। अगले 24 घंटे में भोपाल समेत प्रदेश के 12 जिलों में बारिश के आसार हैं। कुछ शहरों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं भी चल सकती हैं। इंदौर में 24 मई तक हल्की बारिश हो सकती है।
    मौसम विभाग के अनुसार आज से पश्चिमी विक्षोभ (पाकिस्तान से आ रही हवाएं) एक्टिव हो जाएगा। इससे भी तापमान में गिरावट आएगी। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार से प्रदेशभर में प्री मानसून की हल्की बारिश शुरू हो जाएगी। इसका प्रभाव पूरे प्रदेश पर रहेगा। इससे तापमान में तेजी से गिरावट आ सकती है। प्रदेश में अधिकतम तापमान 45 डिग्री पर आ गया है, जो एक दिन पहले तक इसके पार चला गया था।

    अगले 24 घंटे में इन शहरों में बारिश
    भोपाल, रीवा, सागर, चंबल, जबलपुर, कटनी, उमरिया, बालाघाट, अनूपपुर, शहडोल, ग्वालियर, दतिया और शिवपुरी में शाम तक हल्के बादल और गरज-चमक हो सकती है। अगले 24 घंटे में हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। तीन से चार दिन तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश के आसार हैं। पिछले 24 घंटे में भिंड, श्योपुर कलां, शिवपुरी, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, गुना, कटनी, पन्ना, उमरिया, बालाघाट, रीवा, सतना, सीधी, दमोह, शहडोल, सागर, अमरकंटक और बांधवगढ़ में हल्की बारिश हुई है।
    MP में 15 जून तक मानसून की एंट्री
    मानसून के केरल तट तक 27-28 मई तक पहुंचने की संभावना है। इस स्थिति में यह मध्यप्रदेश में 13 से 15 जून के बीच आ जाएगा। 20 जून तक पूरे प्रदेश में एक्टिव हो सकता है। इस बार इंदौर-उज्जैन में सामान्य और भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल और जबलपुर में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है।

    इस कारण बदला मौसम
    बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोन के कारण मानसून की गतिविधियां बढ़ गईं। इससे मानसून अंडमान निकोबार में समय से पहले आ गया। इससे ही अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने लगी है। इधर, पाकिस्तान से हवाओं के आने के कारण बारिश की गतिविधियां बढ़ गई हैं। प्रदेश भर में बादल आने से सूरज की तपिश भी कम हुई है।

    यह सिस्टम बन रहा
    पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर चक्रवातीय गतिविधियों के रूप में ट्रफ के साथ है। पश्चिमोत्तर राजस्थान के ऊपर अन्य चक्रवात सक्रिय है, जिससे होकर पूर्व-पश्चिम ट्रफ हरियाणा, उत्तरप्रदेश, बिहार और असम तक फैला है। रायलसीमा क्षेत्र में चक्रवातीय गतिविधियां अभी भी सक्रिय हैं। 22 मई से अगला पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी हो रहा है। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट होगी। अधिकतम पारा 41 डिग्री तक आ जाएंगे।
    (न्यूज़ सोर्स दैनिक भास्कर)

  • Related Articles

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    Back to top button