किताबी ज्ञान के साथ विद्यार्थियों को कुछ नया देने का प्रयास करें: केजी सुरेश

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  • बैतूल। आज के दौर में विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के साथ हमेशा कुछ नया देने का प्रयास शिक्षकाें काे करना चाहिए। तभी शिक्षक और विद्यार्थी के बीच बेहतर सामंजस्य बनेगा और वे अपग्रेड भी होंगे। विद्यार्थियों को प्रायोगिक ढंग से शिक्षा देने का प्रयास करें। ऐसा कुछ बताएं जिससे वे अनजान हों, तभी उनमें रूझान बढ़ेगा और उनमें बेहतर पढ़ने के प्रति ललक पैदा होगी। इससे देश के नवनिर्माण में बेहद मदद मिलेगी। यह बात माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति केजी सुरेश ने सृष्टि कंप्यूटर संस्थान में शिक्षकों का मार्गदर्शन करते हुए कही। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति केजी सुरेश शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर बैतूल पहुंचे और सृष्टि कंप्यूटर संस्थान का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के परियोजना समन्वयक अंकित पांडे भी मौजूद थे।

    संस्थान के प्रमुख जीतेंद्र पेसवानी ने उन्हें कंप्यूटर लैब, शिक्षण कक्ष, लाइब्रेरी का भ्रमण कराया। इस दौरान उन्होंने संस्थान में मौजूद संसाधनों और उच्च शिक्षित शिक्षकों की मौजूदगी पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने संस्थान प्रमुख जीतेंद्र पेसवानी को सलाह दी कि वे बैतूल जिले में सर्वे कराएं और विद्यार्थियों का मानस टटोलने का प्रयास करें। बैतूल के युवा कौन से पाठ्यक्रम पढ़ना पसंद करते हैं। वे क्या बदलाव चाहते हैं। इसी आधार पर संस्थान में नए विषय प्रारंभ किए जाएंगे। कुलपति केजी सुरेश ने कहा कि भोपाल या दिल्ली में बैठकर नीति तय करने से बेहतर नतीजा नहीं निकल पाएगा। हम यह प्रयास कर रहे हैं कि कोई भी चीज थोपी न जाए बल्कि ऐसा कुछ हो कि पढ़ने वाले स्वयं तय करें कि उन्हें बेहतर भविष्य बनाने के लिए क्या और कैसे पढ़ना है।

    मोबाइल पत्रकारिता पढ़ाएं:

    कुलपति केजी सुरेश ने सृष्टि कंप्यूटर संस्थान में बैतूल के अन्य संस्थानों के प्रमुखों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वे मोबाइल पत्रकारिता जैसे पार्ट टाइम कोर्स पढ़ाना प्रारंभ करें। इससे नए लोगों को नए क्षेत्र में पढ़ने और राेजगार का अवसर प्राप्त होगा। योग का कोर्स शुरू किया जाए जिसका अध्ययन करने के बाद युवा योग शिक्षक बन सकें। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर संस्थानों की समस्याओं को जानने के लिए वे संभागीय स्तर पर बैठकाें का आयोजन कर रहे हैं। इससे कई परेशानियों का निदान हो रहा है वहीं विश्वविद्यालय की नीतियों के अनुरूप कार्य करने के लिए प्रोत्साहन भी मिल रहा है। उन्होंने सभी को समझाइश दी कि अभी प्रतिस्पर्धा का समय नही है बल्कि आपसी सहयोग का दौर है। कोरोना के कारण दो वर्ष में संस्थानों को परेशानी के दौर से गुजरना पड़ा है। इस कारण आपसी सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि कोई भी संस्थान किसी भी विषय में निर्धारित से कम फीस नहीं ले पाए। कम फीस का लालच देकर सुविधाएं मुहैया न कराए जाने की शिकायतों के बाद कड़ा निर्णय लिया गया है। इस दौरान कंप्यूटर संस्थानों के संचालकों ने सुझाव दिया कि डीसीए, पीजीडीसीए के पाठ्यक्रमों में हिंदी और अंग्रेजी टाइपिंग को शामिल कर दिया जाए। इससे सीपीसीटी की पढ़ाई अलग से करने के झंझट से विद्यार्थियों को राहत मिल जाएगी और उनका समय के साथ खर्च भी बचेगा। इस सुझाव पर कुलपति केजी सुरेश ने विचार कर यथोचित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। इसके अलावा बीसीए और एमसीए जैसे लांंग ड्यूरेशन के पाठ्यक्रमों की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करने की मांग भी की गई। कुलपति श्री सुरेश को बताया गया कि पूर्व में इन पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाती थी लेकिन कुछ वर्ष से बंद कर दी गई है। इस मामले में भी उन्होंने सकारात्मक कार्यवाही करने के लिए आश्वस्त किया।

    गर्मजोशी के साथ किया स्वागत, रामायण भेंट की:

    माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति केजी सुरेश और परियोजना समन्वयक अंकित पांडे के बैतूल पहुंचने पर सृष्टि कंप्यूटर संस्थान के प्रमुख जीतेंद्र पेसवानी, भूषण चंदन बटवे, राजेश पाल ने तिलक लगाकर आरती उतारी और पुष्पहार पहनाकर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। जिले में पहली बार माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति के पहुंचने पर सृष्टि कंप्यूटर संस्थान के शिक्षकों ने भी बेहद उत्साह के साथ उनका स्वागत किया। सृष्टि कंप्यूटर संस्थान के संचालक जीतेंद्र पेसवानी ने कुलपति केजी सुरेश को रामचरित मानस भेंट कर सदैव मार्गदर्शन प्रदान करने का अनुरोध किया। इस दौरान चिंतक,विचारक भाजपा नेता,राजा शंकरशाह यूनिवर्सिटी छिंदवाड़ा के एक्जीक्यूटिव कौंसिल मेंबर प्रवीण गुगनानी भी विशेष रूप से मौजूद रहे। कुलपति का स्वागत करने वालों में अन्य संस्थानों के संचालक पुरुषोत्तम सूर्यवंशी, सुजीत वर्मा, विजय हारोडे, राजेश पाल, भूषण चन्दनबटवे, प्रकाशचंद्र साहू, राजश्री धोटे, विजय मालवी सहित सृष्टि कम्प्यूटर के वरिष्ठ शिक्षक प्रशांत शुक्ला,द्वारिका बारस्कर, जागृति सरसोदे, नितिन पवार, सुषमा बारस्कर, निधि झा, रवीना सिसोदिया, नीलिमा पवार, दिशा पोटफोड़े, आयुषी गुप्ता, दिव्या मांगुलकर, उर्वशी धोटे, शिवानी बारस्कर, अशोक मालवी शामिल थे।

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