बिहार में BJP-JDU गठबंधन टूट सकता है:अमित शाह ने नीतीश से फोन पर बात की, जदयू और राजद ने कल अपने-अपने विधायकों को बुलाया
इस बैठक पर नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं, लेकिन राज्य की मौजूदा सियासत के लिहाज से इस बैठक को अहम माना जा रहा है। इधर, जदयू और राजद ने मंगलवार सुबह 11 बजे अपने-अपने विधायकों की मीटिंग बुलाई है। सोमवार को नीतीश ने सोनिया गांधी से भी टेलीफोन पर बात की।
पहले जदयू और राजद के साथ आने की खबर आई
इससे पहले खबर आई थी कि 11 अगस्त तक दोनों ही पार्टियां गठबंधन से अलग हो सकती हैं और राज्य में फिर JDU और RJD की सरकार बन सकती है। सूत्रों ने यह भी दावा किया था कि 11 अगस्त तक ही राज्य में नई सरकार बन सकती है।
JDU सांसद बोले- बिहार की राजनीति का टर्निंग पॉइंट
झंझारपुर के JDU सांसद रामप्रीत मंडल ने सोमवार को दिल्ली में कहा कि बिहार की राजनीति में कुछ भी संभव है। ये टर्निंग पॉइंट है। हम लोगों के पहुंचने से पहले ही वहां कुछ भी हो सकता है। हमारे नेता नीतीश कुमार हैं, वो जो फैसला लेंगे वो मान्य होगा।
RJD ने कहा- नीतीश पहल करें, तो साथ देने तैयार
इधर, राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने भास्कर से कहा कि नीतीश कुमार बातचीत की पहल करते हैं तो हम साथ देने को तैयार हैं। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि BJP का दो नंबर का बड़ा नेता पटना की सड़कों को अपवित्र कर के चला गया है। हम और अन्य क्षेत्रीय दल उसे पवित्र करने की कोशिश कर रहे हैं।
ऑफर मिलने पर सरकार बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम जनता के साथ हैं। जनता के हित के लिए और दंगाइयों की सरकार को रोकने के लिए हम हर कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
नीतीश की नाराजगी ऐसे दिखी…
सूत्रों के मुताबिक उन्हें सरकार चलाने में फ्री हैंड नहीं मिल रहा है। चिराग प्रकरण के बाद RCP प्रकरण से भी भाजपा से खफा हैं।
बीते कुछ महीने में नीतीश ने कई अहम बैठकों से दूरी बनाई है। कुछ महीने पहले वे PM की कोरोना पर बुलाई गई बैठक से दूर रहे।
हाल में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सम्मान में दिए गए भोज, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में भी नहीं गए।
राज्य में बिहार के BJP नेताओं से भी नहीं मिल रहे हैं। CM लोकल स्तर पर कार्यक्रमों में शामिल तो हो रहे हैं, पर BJP नेताओं से खुलकर ना तो बात कर रहे हैं ना ही उनसे मिल रहे हैं।
न्यूज़ सोर्स दैनिक भास्कर