Wheat Cultivation: गेहूं के बुवाई से पहले कर ले बस यह छोटा सा काम, ना दाने होंगे काले,ना ही पते होंगे खराब, होगी बंपर पैदावार
Wheat Cultivation : आजकल रबी की मुख्य फसल गेहूं की बुवाई की जा रही है इसके साथ ही किसान खेतों में सरसों चना और मटर की भी खेती करते हैं। लेकिन सबसे बड़ी समस्या तब खड़ी होती है जब खेतों में कीट पतंग लग जाते हैं और फसल खराब हो जाती है। गेहूं की फसल में कंदुआ रोग बड़े पैमाने पर लगता है जिससे फसलों को काफी नुकसान पहुंचता है।
कंडुआ रोग से गेहूं को होता है नुकसान ( Wheat Cultivation )
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार कंडुआ गेहूं की फसल में लगने वाला एक गंभीर फंगल रोग है जिससे गेहूं की फसल को काफी ज्यादा नुकसान होता है और यह गेहूं के दोनों को भी संक्रमित कर देता है। इसके वजह से उपज कम होती है और किसानों को बेहद घाटा लगता है।
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अगर फसल में यह बीमारी लग जाए तो इसे ठीक करने के लिए 2 से 2.5 ग्राम कैप्टान या थ्योरम नाम का रसायन एक किलो बीज उपचारित करने के लिए उपयोग करें। इसके लिए आपको गेहूं के बुवाई से पहले बीजों को सबसे पहले छायादार स्थान के फर्श पर बिछाना होगा और उसे पर पानी छिड़कना होगा इसके बाद रसायन को बीच के ऊपर विखेर देना होगा। फिर पूरे बीच को हाथ से मिला दे और इसके बाद इसकी बुवाई करें।
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इससे फसल को कंडुआ नाम का रोग नहीं लगेगा और इसके साथ ही साथ उत्पादन भी काफी अच्छा होगा। ऐसे फसल कभी भी खराब नहीं होगा और कीट पतंगो का भी प्रकोप देखने को नहीं मिलेगा।