सारणी और चिचोली उपचुनाव में भाजपा की शर्मनाक हार, चुनाव प्रचार में उतरे थे भाजपा के कई दिग्गज नेता
ज्ञानू लोखण्डे बैतूल
बैतूल– जिले की सबसे बड़ी नगरपालिका सारणी और चिचोली नगर परिषद के पार्षद उपचुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। उपचुनाव में जीत के लिए भाजपा के सांसद, विधायक सहित कई दिग्गज नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी इसके बावजूद भी हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के बाद भाजपा को सबक लेने की जरूरत है। सारणी में हार का कारण भाजपा की गुटबाजी को बताया जा रहा है। जो लोग कांग्रेस से भाजपा में आए उन लोगों को ही उपचुनाव की अहम जिम्मेदारी दे दी गई थी। सारणी भाजपा के कई नेता अपने आप को बहुत बड़े नेता मानते हैं लेकिन बड़े शर्म की बात है कि उपचुनाव में अपने प्रत्याशी को नहीं जीता पाए। सारणी में भाजपा की यह हालत हो गई कि पार्टी के नेता ही अब पार्टी को कमजोर करने में जुटे हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा को हराने में फुलछाप कांग्रेसियों का बडा हाथ है। इधर चिचोली में भी भाजपा की शर्मनाक हार हुई। वही दोनों जगह उपचुनाव में मिली जीत से कांग्रेसी गदगद है।
पार्षद पद के लिए सारनी में हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ने 36 वोट से चुनाव जीत लिया है। अच्छी बात यह रही कि इस चुनाव में नोटा को भी 5 वोट मिले। रिटर्निंग ऑफिसर अनिल सोनी ने बताया सुबह 9 बजे चुनाव परिणाम घोषित किए गए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी लीला भूमरकर को 286 मिले। वहीं भाजपा प्रत्याशी मीना खातरकर को 250 वोट मिले। दोनों प्रत्याशी से हटकर वार्ड के 5 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। नपाध्यक्ष पुत्री पूनम भारती का चुनाव जाति प्रमाण पत्र मामले में कलेक्टर द्वारा शून्य घोषित होने पर 6 मार्च को वार्ड में उपचुनाव के लिए मतदान हुए। जिसके परिणाम 9 मार्च को घोषित हुए। यह परिणाम कांग्रेस के समर्थन में आया। जीत की घोषणा होते ही कांग्रेस समर्थकों ने जमकर जश्न मना। वहीं भाजपा प्रत्याशी के समर्थको को मायूसी हाथ लगी। भाजपा प्रत्याशी के समर्थन सांसद दुर्गादास उइके, विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे, जिलाध्यक्ष बाबला शुक्ला समेत कई बड़े नेताओं ने चुनाव प्रचार किया था। बावजूद इसके भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। चुनाव में उजड़ता शहर भी मुद्दा रहा।
चिचोली में भी कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत*
प्रतिष्ठा का प्रश्न चिन्ह बना चिचोली उपचुनाव भी कांग्रेस प्रत्याशी मंजू आर्य ने जीत लिया हैं। उन्होंने अपनी निकटम प्रतिद्वंद्वी भाजपा की अंजू उमाशंकर को रिकार्ड 184 मतों से पराजित कर दिया। कांग्रेस प्रत्याशी मंजू को जहां 320 वहीं भाजपा प्रत्याशी को केवल 136 बोट मिले। इस जीत से कांग्रेसियों ने खुशी जाहिर की है।