वैष्णो देवी यात्रा फिर शुरू, भारी बारिश से अचानक आई बाढ़ के कारण लगी थी अस्थाई रोक
श्रद्धालुओं ने बताया कि शुक्रवार शाम को बारिश का सिलसिला शुरू हुआ। श्रद्धालु बारिश के बीच भी यात्रा मार्ग पर आ जा रहे थे। शुक्रवार देर रात को अचानक से यात्रा मार्ग पर पानी का स्तर बढ़ने लगा।श्रद्धालुओं को कटड़ा से ऊपर जाने से रोक दिया गया है। हिमकोटी मार्ग पूरी तरह बंद कर दिया गया जबकिर परंपरागत मार्ग से श्रद्धालुओं को नीचे की तरफ लाया जा रहा था। भवन के पास जलभराव और पत्थर गिरने के कारण कुछ घंटे के लिए दर्शनों को बंद कर दिया गया था।
लगातार बारिश के कारण कई स्थानों पर जलधारा बह निकली और लोगों को पैदल आने-जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। श्राइन बोर्ड प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट कर दिया है। क्योंकि शुक्रवार दोपहर से ही यात्रा मार्ग और पहाड़ों पर लगातार बारिश हो रही थी। इस कारण हेलीकाप्टर और बैटरी कार सेवा बाधित थी।
देखते ही देखते बारिश के कारण अचानक बाढ़ आ गई। कुछ लोगों का कहना है कि त्रिकुट पर्वत के पास कहीं बादल फटा जिसकी वजह से पानी का स्तर व बहाव अचानक से बढ़ गया। समय रहते श्रद्धालुओं को मार्ग से हटाकर सुरक्षित जगहों पर रुकने के लिए कह दिया गया।
माता वैष्णो देवी की यात्रा सुबह तक अस्थायी तौर पर रोकी गई और शनिवार सुबह मौसम व यात्रा मार्ग पूरी तरह से सुरक्षित होने के बाद 5 बजे श्रद्धालुओं को यात्रा शुरू करने की इजाजत दे दी गई। यात्रा आरंभ होते ही बाण गंगा मुख्य द्वार पर एक बार फिर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीइओ अंशुल गर्ग ने बताया कि बारिश के दौरान यात्रा मार्ग पर अचानक आई बाढ़ की वजह से किसी तरह की कोई क्षति नहीं पहुंची है। सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं। किसी इमारत को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
बोर्ड के कर्मचारी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यात्रा मार्ग पर तैनात हैं। भवन, सांझीछत और कटरा मार्ग पर बोर्ड कर्मचारियों, कांस्टेबल और सीआरपीएफ अधिकारी रात भर श्रद्धालुओं के राहत कार्य में जुटे रहे। बेटरी कार मार्ग को फिलहाल बंद रखा गया है।
न्यूज़ सोर्स दैनिक जागरण