बैतूल-कर्मचारी भविष्य निधि भारत के वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए सबसे लाभदायक एवं लोकप्रिय निवेशों में से एक है। भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत वैधानिक निकाय है जिसका उद्देश्य कर्मचारी भविष्य निधि एवं विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 (310 KB)- पीडीएफ फाइल के तहत निर्धारित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का क्रियान्वयन करना है। इस योजना के अंतर्गत संस्था के कर्मचारियों को भविष्य निधि, पेंशन एवं बीमा संबंधी लाभ प्रदान किये जाते हैं। बीस या इससे अधिक कार्यरत कर्मचारियों वाले सभी संगठनों को भविष्य निधि खाता रखना भी आवश्यक है। इसी नियम को लेकर बैतूल जिलें में स्थित पाठर अस्पताल, में अपनी सेवाएं देकर सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों नें दिनांक 19 जुलाई, 2022 को एक शिकायती आवेदन पाठर अस्पताल, प्रबंधन के विरूध्द जिला कलेक्टर महोदय के नाम संयुक्त कलेक्टर से अपनी भविष्य निधी 6-7 वर्षो से नहीं मिलनें के विषय पर चर्चा कर प्रस्तुत किया संयुक्त कलेक्टर महोदय नें अधीनस्थ कर्मचारी के माध्यम सें आवेदन आवाक शाखा में जमा करने व पावती दियें जानें व समस्या के समाधान के लिए कलेक्टोरेट पहुंचे पाठर अस्पताल कें सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भरोसा दिया कि शीघ्र ही उनकी समस्या का निदान कर लम्बें समय से रूकी भविष्य निधी की राशि दिलवायी जायेगी सेवा निवृत्त महिला कर्मचारी सुश्री मालती शाह ने एक जानकारी में बताया कि पाठर अस्पताल सें सेवानिवृत्त लगभग 25 कर्मचारी है जिन्हें भविष्य निधी की राशि नहीं मिली है जबकि सभी की सेवानिवृत्ति हुयें 6 से 7 वर्ष तक का समय बीत चुका है इन कर्मचारियों में महिला कर्मचारी भी शामिल है 8 कर्मचारियों की फौत भी हो चुकी है आज भविष्य निधी जो हमारे वयोवृद्ध कालखण्ड का एक बड़ा सहारा है लम्बें समय से इस राशि के न मिलने सें हमारी जीवन व्यवस्था पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है उन्होंने यह भी बताया कि हमारे कई सहयोगी निराश्रित है महंगाई के इस दौर में एक सेवानिवृत्त कर्मचारी के लिए भविष्य निधी ही उसकी जमापूंजी है जिसके सहारे हम कर्मचारी अपना जीवनयापन अच्छे से कर सकतें है हम यह उम्मीद लेकर जिला कलेक्टर महोदय के समक्ष उपस्थित हुयें है हमारी मांग है की समस्या का समाधान कर हमें भविष्य निधी दिलवाने में मदद की जायें सुरेंद्र कुमार खेड़ले, श्रीमती ग्रेस रोजलीना, सुश्री कुसुम नाथ, आनंद मसीह, श्रीमती रीता सिंह , यशवंत ओरियल , सूर्यकांता, प्रवीण लाल, मेडरूना रूबीन, मोहन शर्मा मालती शाह, हेलीना पीटर सतोका बाई कड़वे, नत्थू सिंह कुमरे, मिक्खा यादव, मंदू वरकड़े, प्रभु दास, दीपेन्द्र थामस, बिहारी परते, श्रीमती बसंती बाई सभी कर्मचारियों नें सयुंक्त रूप से भविष्य निधी की मांग को लेकर अपनी उपस्थिति दर्ज की*