इंदौर में एकतरफा प्यार की ‘आग’ में 7 जिंदा जले
इंदौर की दो मंजिला इमारत में शुक्रवार रात आग लगने के मामले में नया मोड़ आ गया है। ये आग एक युवक ने लगाई थी, जो पूरी बिल्डिंग में फैल गई। यह चौंकाने वाला खुलासा मकान मालिक इंसाफ पटेल के घर के नजदीक लगे CCTV फुटेज से हुआ है। फुटेज में आरोपी वाहन में आग लगाता दिख रहा है। सूत्रों के मुताबिक जिस युवक ने आग लगाई वह बिल्डिंग में रहने वाली युवती से एकतरफा प्यार करता था। युवती से उसकी कहासुनी हुई थी। इसके बाद युवक ने उसी युवती के दोपहिया वाहन में आग लगा दी। यही आग पूरी बिल्डिंग में फैल गई। पुलिस के मुताबिक युवक की पहचान कर ली गई है। जल्द ही उसे हिरासत में ले लिया जाएगा। जल्द ही इसका खुलासा किया जाएगा।
कैमरे और बिजली के मीटर के साथ छेड़छाड़ करता दिखा
CCTV फुटेज में शुक्रवार रात 2.54 बजे सफेद शर्ट पहने एक युवक आता दिखाई दिया, जिसने पार्किंग में खड़े एक वाहन से पेट्रोल निकाला और वहीं आग लगा दी। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है, लेकिन क्राइम ब्रांच और अन्य टीम को आरोपी को पकड़ने के लिए लगा दिया गया है। आग लगाने के बाद यह लड़का फुटेज में जाता हुआ भी दिखाई दिया।
कुछ देर बाद लड़का फिर से इसी इमारत में आता है। वह इमारत में लगे CCTV कैमरे और बिजली के मीटर के साथ छेड़छाड़ करता दिखाई दे रहा है। इसके बाद वह यहां से फिर से रवाना हो जाता है। हालांकि स्वर्ण बाग की जिस बिल्डिंग में आग लगी है उसके CCTV पूरी तरह से जल गए हैं। पुलिस ने इस क्षेत्र से तीन घरों के CCTV फुटेज व DVR बरामद किए हैं।
7 लोगों की हुई मौत
इंदौर में शुक्रवार देर रात दो मंजिला इमारत में आग लग गई। इस अग्निकांड में 7 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 6 महिलाएं और एक पुरुष है। कुछ जिंदा जले और कुछ का दम घुट गया। यह बिल्डिंग घनी आबादी के बीच है। लोगों का कहना है कि पार्किंग में भी आग थी।
लोगों को भागने की जगह नहीं मिली तो गैलरी से कूदकर जान बचाई। इन्हें चोटें आई हैं और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जांच में बिजली जाने की वजह से आग लगने का पता चला था। रात को बिजली गुल थी। जब बिजली आई तो MCB में आग लग गई। आग ने कुछ ही समय में विकराल रूप ले लिया।
लोगों को बचाया गया
पुलिस के मुताबिक, बचाव दल ने 9 लोगों को इस अग्निकांड से रेस्क्यू भी किया है। 12 लोगों को अस्पताल ले जाया गया था। इनमें से 7 की मौत हो चुकी है। रहवासियों का कहना है कि फायर ब्रिगेड को तीन-चार बार कॉल किए। इसके बावजूद फायर ब्रिगेड करीब एक घंटे बाद पहुंची। आसपास के रहवासियों ने कुछ लोगों को रस्सी के सहारे बिल्डिंग से नीचे उतारा।
मृतकों में ईश्वर सिंह सिसौदिया (45), नीतू सिसौदिया (45), आशीष (30), गौरव (38) और आकांक्षा अग्रवाल (25) शामिल हैं। देवास की रहने वाली आकांक्षा ने 15 दिन पहले ही अपना जन्मदिन मनाया था। जश्न के फोटो सोशल मीडिया पर भी शेयर किए थे। आकांक्षा के माता-पिता नहीं हैं। वह यहां लिव इन में रह रही थी।
दो लोगों की पहचान अभी बाकी
मरने वालों में 40 और 45 वर्ष के दो लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। मृतकों में एक दंपती भी शामिल हैं। ईश्वर सिंह सिसोदिया और नीतू की दम घुटने से मौत हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है।
विजय नगर टीआई तहजीब काजी ने बताया कि घटना के वक्त बिल्डिंग में 15-16 लोग थे। बताया गया कि बिल्डिंग के मालिक के मोहल्ले में 4 मकान हैं, जो किराए से दिए हैं। लोग कह रहे हैं कि कहीं भी सेफ्टी नहीं है। उसके खुद के मकान पर तो मोबाइल कंपनी का टावर लगा है।
(न्यू सोर्स दैनिक भास्कर)