विधानसभा चुनाव से पहले कमलनाथ का पॉलिटिकल दांव, कर दिए ये 2 बड़े ऐलान
बता दें कि राजस्थान के पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने के बाद मध्य प्रदेश में पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग तेज हो गई है. इसे लेकर कर्मचारी संगठन बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दे चुके हैं.
शिक्षक आने वाले भविष्य के निर्माता
कमलनाथ ने कहा कि पुरानी पेंशन को लेकर आप कांग्रेस की भावना को समझते हैं. जो दूसरे राज्य में कांग्रेस की सरकारों ने किया. वह मध्यप्रदेश में भी लागू होगा. हमारे शिक्षक आने वाले भविष्य के निर्माता है. आज हमारी संस्कृति पर हमला हो रहा है. तमिलनाडु में भाषा विवाद, पंजाब में खालिस्तान का नाम आ गया. ध्यान भटकाने का काम किया जा रहा है. इंदिरा गांधी ने मुकाबला किया था, खालिस्तान का नाम नहीं सुना था. अब खालिस्तान का नाम आ रहा है.
किसानों को भी साधने की कोशिश
गौरतलब है कि शनिवार को महात्मा ज्योतिवा राव फुले की संयुक्त जयंती महोत्सव में कमलनाथ ने किसानों को लेकर बड़ी घोषणा की थी. जब कमलनाथ से किसानों का कर्जा माफ करने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि ”कहा हमारी सरकार बनेगी तो दोबारा किसानों का कर्जा माफ करने के लिए हम कटिबद्ध है. हम किसानों का कर्ज माफ जरूर करेंगे.” बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले किसानों की कर्ज माफी सबसे बड़ा मुद्दा बना था.
कांग्रेस की बनेगी सरकार
इस बैठक में दिग्विजय सिंह ,अरुण यादव, पीसी शर्मा सहित कई नेता मौजूद है. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बैठक को लेकर बोला कि आज पीसीसी चीफ कमलनाथ के साथ बैठक में बिजली संकट, जल संकट, कर्मचारियों की पेंशन जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनी है. कांग्रेस में सभी नेताओं के बीच मनमुटाव दूर हो चुके हैं. अब कांग्रेस पार्टी एक है, पूरी ताकत से 2023 का चुनाव लड़ेगी. साथ ही 174 से ज्यादा सीटें लेकर आएंगे. वहीं पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने कहा कि कांग्रेस का पूरा फोकस मिशन 2023 पर है. सभी वरिष्ठ नेता इस को लेकर रणनीति तैयारी कर रहे हैं. किसान कर्ज माफी हमारी टॉप प्रायोरिटी है. इसके साथ ही दलित, आदिवासी, ओबीसी वर्ग के मुद्दे भी हमारी प्राथमिकता में है.
(न्यूज़ सोर्स जी न्यूज़)