टास्क फोर्स गठन के बाद रात 11:00 बजे अस्पताल पहुंचे सीईओ, अव्यवस्था मिलने पर भड़के, सीएस को कारण बताओ नोटिस जारी
निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत ने सिविल सर्जन से यह भी कहा कि वे अस्पताल में मरीजों के आने-जाने के रास्ते से ही प्रवेश करें, ताकि वहां की व्यवस्थाओं में सुधार लाया जा सके। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी ताकीद किया गया कि वे रात में भी जिला अस्पताल का निरीक्षण करें। सीईओ जिला पंचायत ने यहां मरीजों के परिजनों से भी बात की। साथ ही पूछा कि उपचार में कोई असुविधा तो नहीं है। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिए कि अस्पताल में मरीजों के लिए उपचार सुविधाएं नि:शुल्क है। किसी भी मरीज से बाहर से कोई भी उपचार सामग्री न बुलाई जाए। अस्पताल में चिकित्सकों एवं स्टाफ का ड्यूटी चार्ट स्पष्ट रूप से अंकित रहे। साथ ही ड्यूटी चार्ट में संबंधित का मोबाइल नंबर भी अंकित हो। जिला अस्पताल में रात्रि के दौरान अतिरिक्त स्टाफ की ड्यूटी लगाई जाए, ताकि आपातकालीन स्थिति में मरीजों को उचित सेवाएं दी जा सके। रात्रि के दौरान कॉल-ऑन-ड्यूटी डॉक्टर का रिस्पांस शीघ्रता से हो। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के रैफरल रजिस्टर एवं ड्यूटी रजिस्टर की भी जांच की। अस्पताल में पर्याप्त संख्या में डस्टबिन रखने के भी निर्देश दिए। सीईओ जिला पंचायत श्री मिश्रा ने जिला अस्पताल प्रबंधन को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर वे तत्काल अस्पताल पहुंचेंगे एवं दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।