14 हजार 150 फीट की ऊंचाई पर तैनात जवानों को बांधी राखी
बैतूल। करगिल के युद्ध के बाद अस्तित्व में आई बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति ने देश की सैनिकों की हौसला अफजाई के संकल्प का 23वां पड़ाव मंगलवार को पूरा किया। देश की सरहदों पर रक्षा बंधन मनाने इस बार संस्था अध्यक्ष गौरी पदम के नेतृत्व में बैतूल, सीहोर, शाजापुर और आंधप्रदेश के करनूल से 28 सदस्यीय दल सिक्कम प्रांत के लिंगडम में आईटीबीपी एवं भारत, चीन, तिब्बत बार्डर पर स्थित नाथूला पहुंचा और यहां तैनात सैनिकों को 11 एवं 12 अगस्त को राखी बांधकर जवानों की कुशलता की कामना की। गौरतलब है कि 8 अगस्त को पूर्व सांसद हेमंत खण्डेलवाल के मुख्य आतिथ्य में संस्था के संरक्षक एवं भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला एवं विश्वकर्मा समाज संगठन द्वारा आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में समिति के दल को विदाई दी गई थी। बैतूल वापसी पर भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष ममता मालवीय सहित गणमान्य नागरिकों ने राष्ट्र रक्षा मिशन दल का जोरदार स्वागत किया। यात्रा दल में गौरी पदम, जमुना पंडाग्रे, नीलम वाग्रदे, रेणुका रत्नपारखी, दिव्या देशमुख, प्रज्ञा झगेकर, कल्पना तरुड़कर, पूर्वी वागद्रे, रेखा अतुलकर, नव्या अतुलकर, मधु परमार, सीमा परमार, प्रचिति कमाविसदार, मेहरप्रभा परमार, प्रीति सोनी, भारत पदम, ईश्वर सोनी, अरुण सूर्यवंशी, वंश कुमार पदम, हर्षित पंडाग्रे, नीलेश उपासे,भाव्यांश अतुलकर एवं आंध्र प्रदेश से डॉ केवी भार्गव एवं 5 सदस्य शामिल हुए।
14 हजार 150 फीट पर पहुंचकर बांधी राखी
बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के दल ने 11 अगस्त को लिंगडम में 13 बटालियन के करीब 300 जवानों के साथ रक्षाबंधन मनाया। यहां आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में आंध्रप्रदेश एवं बैतूल के दल में शामिल सदस्यों ने आजादी के अमृत महोत्सव थीम एवं जवानों की हौसलाअफजाई के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। अगले दिन दल भारत-चीन अंतराष्ट्रीय बार्डर नाथूला के लिए रवाना हुआ। यहां बाबा हरभजन सिंह के मंदिर में पूजन एवं दर्शन के बाद जीरो लाईन पर 14 हजार 150 फीट की ऊंचाई पर तैनात आर्मी के जवानों को भी राखी बांधी गई। आईटीबीपी सिक्किम के डीआईजी एवं नाथूला बार्डर पर कमांडेंट द्वारा स्मृतिचिन्ह भेंट कर राष्ट्र रक्षा मिशन को सम्मानित किया। यहां ऑक्सीजन का स्तर बहुत कम होने से 40 मिनट से अधिक रुकने की अनुमति नहीं थी, राष्ट्र रक्षा मिशन के दल ने यहां विजिट एवं रक्षा बंधन सेलीबे्रशन के दौरान करीब डेढ़ घंटे का वक्त बिताया। दल ने सिक्किम में कई ऐतिहासिक स्थलों की भी विजिट की जिनमें लिंगडम स्थित विश्व प्रसिद्ध मोलेस्टी भी शामिल है। जहां आज भी 16वें बौद्ध गुरु का हृदय विशाल सोने के कलश में रखा गया है। इसके अलावा अस्थियां भी अलग स्थल पर सुरक्षित रखी गई है। बौद्ध मठ में दो वर्ष के बच्चों को माता पिता शिक्षा ग्रहण करने के लिए छोड़ देते है। यह जानकार सभी आश्चर्यचकित थे। इस दौरान सेना में तैनात महिला फौजियों ने राष्ट्र रक्षा मिशन के दल में शामिल भाईयों को रक्षासूत्र बांधे।
आजादी के अमृत महोत्सव पर बांधी तिरंगा राखियां
समिति के दल ने आजादी के अमृत महोत्सव को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष सैकड़ों सैनिकों को हाथ से तिरंगा राखी बांधी। राष्ट्र रक्षा मिशन के 23वें पड़ाव को पूरा करने में पूर्व सांसद हेमंत खण्डेलवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष बबला शुक्ला, समाजसेवी मनीष दीक्षित, रेलवे विभाग बैतूल, कुली दुर्गा बोरबार, गायत्री परिवार, लायंस क्लब बैतूल, विश्वकर्मा समाज महिला मंडल, अक्षय तातेड़ संचालक स्पे्रडिंग स्माईल गु्रप बैतूल, आरडी पब्लिक स्कूल, विश्वकर्मा समाज संगठन बैतूल, क्षत्रिय लोणारी कुन्बी महिला समाज संगठन बैतूल,पारमिता जन सेवा समिति बैतूल, ग्लोबल पब्लिक स्कूल, कार्मल स्कूल बैतूलबाजार, एवी इवेंट मेनेजमेंट, समाजसेवी धीरज हिराणी, धीरज बोथरा सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों का सहयोग रहा।