नदी पार करते समय बाढ़ में बहने लगी मां- बेटी….फिर क्या हुआ देखिये पूरी खबर
बैतूल- जिले के भैंसदेही ब्लॉक के ग्राम मालेगांव में भी शनिवार को ऐसी ही एक घटना में एक महिला और उसका बेटा बह गए। खैरियत रही कि करीब आधा किलोमीटर दूर उन्हें झाड़ियों का सहारा मिल गया। उसे पकड़ कर वे बच गए। इसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें बाहर निकाला।
ग्राम मालेगांव के ठीक पास से पात्रा नदी बहती है। ग्रामीणों को अपने खेत में जाना होता है तो इस नदी को पार करना होता है। नदी में बाढ़ आते ही घर और खेत का संपर्क टूट जाता है। ग्रामीणों को खतरे उठा कर नदी पार करना होता है। यही कारण है ग्रामीण लंबे समय से इस पर पुल बनवाने की मांग कर रहे थे। इसके लिए ग्रामीणों ने धरना, प्रदर्शन, हड़ताल करने के अलावा चुनाव बहिष्कार की धमकी तक दी। इसके बाद पिछले दिनों यहां पुल निर्माण कार्य शुरू तो हुआ, लेकिन पिलर खड़े करने के बाद से काम बंद है।
ग्राम के भीमराव पिपरदे बताते हैं कि शनिवार शाम करीब 4 बजे गणपति लोखंडे (20) और उनकी मां खेत से आ रहे थे। इसी बीच दोनों बाढ़ में बह गए। लगभग आधा किलोमीटर दूर जाकर उन्हें झाड़ियों का सहारा मिला। उसे पकड़ कर वे बहने से बचे और बाहर आ पाए।