नागपंचमी पर ठानी के शिव मंदिर में नागदेवता ने दिए प्रत्यक्ष दर्शन, लोगों ने पिलाया दूध , सर्प मित्र ने किया रेस्क्यू

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

  • निखिल सोनी, आठनेर
    वैसे तो पूरा सावन माह ही भगवान भोलेनाथ और उनके प्रिय नागदेवता की भक्ति का माना जाता है। इस दौरान नागदेवता का दर्शन शुभ माना जाता है। इसमें भी खासतौर से नागपंचमी का पर्व तो केवल नागदेवता की पूजा अर्चना का ही होता है। इस दिन श्रद्धालु नागदेवता की मूर्ति की पूजा अर्चना और अभिषेक करते हैं। उन्हें प्रसन्न कर उनकी कृपा प्राप्त होने की कामना करते हैं।
    इस विशेष दिन यदि नागदेवता के प्रत्यक्ष दर्शन हो जाए तो इसे तो सोने पर सुहागा माना जाता है। नागपंचमी के अवसर पर कई स्थानों पर नागदेवता के दर्शन होते भी हैं। यह दर्शन यदि शिव मंदिर में हो तो श्रद्धालु यही मानते हैं कि नागदेवता उन्हें वास्तव में दर्शन देने ही आए हैं। ऐसे ही प्रत्यक्ष नागदेवता के दर्शनों का सौभाग्य आज बैतूल जिले के आठनेर ब्लॉक के ठानी गांव के लोगों को भी मिला। ग्राम ठानी गांव के शिव मंदिर में आज सुबह पूजा अर्चना करने पहुंचे श्रद्धालुओं ने देखा कि मन्दिर में अचानक एक कोबरा नाग दाखिल हुआ। जिसके बाद वहां मौजूद सभी श्रद्धालुओं ने नगादेव की पूजा अर्चना की। इसके साथ ही एक स्टील के पात्र में दूध सामने रखकर उसे पिलाया भी। बताते हैं कि यह कोबरा नाग काफी देर तक फन फैलाए हुए पात्र के समीप बैठा रहा। उसने पात्र से कुछ दूध भी पीया। इस बीच लोग उसके दर्शन और पूजा अर्चना करते रहे। ऐन नागपंचमी के दिन शिव मंदिर में नाग देवता के दर्शन से ग्राम में भक्ति भाव का माहौल बन गया। दिन भर ग्रामीण इसी बात की चर्चा करते रहे। साथ ही अपने परिचितों को भी जानकारी देते हुए फोटो और वीडियो भी भेजते रहे।
    आठनेर ब्लॉक के ही ग्राम मांडवी में भी आज नागपंचमी पर्व पर संतोष खंडागले के घर एक कोबरा सांप झाड़ियों में नजर आया। हालांकि यहां परिस्थितियां दूसरी थीं। झाड़ियों से उसके अचानक घर में घुसने से परिवार के सदस्य दहशत में आ गए। उन्होंने तत्काल सभी आस पड़ोस वाले को सूचना दी। इसके बाद आठनेर के सर्प मित्र गुणवंत बर्डे को मौका स्थल बुलाया गया। उन्होंने इस कोबरा सांप का रेस्क्यू किया। इसके बाद उसे जंगल में ले जाकर छोड़ दिया।

  • Related Articles

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    Back to top button