बैतूल जिले की चार समूह जल प्रदाय योजनाओ की स्वीकृति, कांग्रेस ने डाल दिया था ठंडे बस्ते में
बैतूल। सांसद दुर्गादास उइके ,पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल,भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला, विधायक डा.योगेष पंडाग्रे ने बैतूल जिले की 4 समूह जल प्रदाय योजनाओ की स्वीकृति मिलने पर मुख्यमंत्री शिववराज सिंह चौहान, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह यादव का आभार व्यक्त किया है। गौरतलब है कि म.प्र.जल निगम ने जिले में 795 करोड रू. की लागत की चार समूह जलप्रदाय योजनाओ को स्वीकृति दी है। इन योजनाओ से जिले के पांच विकासखंडो बैतूल, मुलताई,प्रभात पटटन, आठनेर और भैसदेही के 545 ग्रामो के लगभग 1 लाख परिवारो को घर में नल से शुद्व पेयजल मिलेगा। म.प्र. जल निगम द्वारा स्वीकृत चार समूह जलप्रदाय योजनाओ में बैतूल विकासखंड के 186, मुलताई के 135, प्रभातपटटन के 120 आठनेर के 81 और भैसदेही के 23 ग्रामो के ग्रामवासियो के घरो में नल से पीने के पानी की सुविधा मिलेगी। योजनाओ हेतू जिले के चार डेम घोघरी, मेंढा, गढा और वर्घा में पेयजल हेतू पानी आरक्षित रखा जाएगा।
पूर्व की भाजपा सरकार के समय प्रस्तावित थी योजनाए – इन समूह जलप्रदाय योजनाओ की भूमिका पूर्व की भाजपा सरकार के समय बनी थी। तात्कालीन कलेक्टर शषांक मिश्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में तात्कालीन प्रमुख सचिव लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी प्रमोद अग्रवाल ,सांसद ज्योति धुर्वे, विधायक हेमंत खंडेलवाल, चंद्रषेखर देषमुख, महेन्द्र सिंह चौहान, मंगलसिंग धुर्वे, चैतराम मानेकर उपस्थित थे। सभी जनप्रतिनिधियो ने जिले के चारो बडे डेमो घोघरी, मेंढा,गढा और वर्घा से समूह जल प्रदाय योजना बनाने का प्रस्ताव दिया था। तात्कालीन प्रमुख सचिव प्रमोद अग्रवाल ने इस सबंध में म.प्र. जल निगम को पत्र भी लिखा था।
कांग्रेस सरकार ने डाल दिया था ठंडे बस्ते में – भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार की प्रस्तावित इन योजनाओ को प्रदेष में कमलनाथ के नेतृत्व में बनी कांग्रेस सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था। तब कांग्रेस की सरकार ने मेंढा डेम की उंचाई कम कर दी थी और गढा डेम का कार्य निलंबित कर दिया था इसीलिए ये योजनाएं मूर्तरूप नही ले सकी।