सीएम के कार्यक्रम में हंगामा करने वाले किसान को मिला न्याय, 2 पटवारी समेत 4 पर एफआईआर दर्ज
बैतूल। दस्तावेजों में किसान को मृत बताने पर किसान पुत्र ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम में हंगामा मचाया था। इस हंगामे के बाद आखिरकार प्रशासनिक अधिकारयों की नींद खुली। किसान को मृत बताने के मामले में दो पटवारियों समेत 4 लोगों पर मुलताई थाने में एफआईआर दर्ज हुई है।
जानकारी के अनुसार मुलताई क्षेत्र के ग्राम ताईखेड़ा निवासी तिलकचंद धाकड़ उम्र 70 को राजस्व दस्तावेजों में मृत घोषित करते हुए उसकी भूमि का फौती दर्ज कर नामांतरण कर दिया। किसान का आरोप है कि उनके रिश्तेदार शिवरती और राजेन्द्र ने ठेकानामा बनाने की आड़ में उनके परिवार वालों से कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए गए। इसके बाद 11 दिसंबर 2000 को किए गए नामांतरण में तिलकचंद को मृत घोषित कर दिया गया। साथ ही उनके नाम से गांव देवभिलाई में 2.732 हेक्टेयर जमीन, जिसकी फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करवा ली। किसान अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा था। कई बार जनसुनवाई में भी आवेदन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। 12 फरवरी को बैतूल मुख्यालय पर फसल बीमा की राशि वितरण करने कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम में किसान तिलकचंद के पुत्र ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने हंगामे के कुछ ही दिन बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई कर दी है। जानकारी के मुताबिक किसान को दस्तावेजों में मृत बताने और जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करने के मामले में पटवारी हरिदास क्षीर सागर, पूनम उईके एवं किसान की पत्नी सावित्री बाई एवं पुत्र राजू के खिलाफ मुलताई थाने में धारा 420 का मामला दर्ज किया है।