Nilay Daga News: गरीब के चौके में खाना, गुमठी पर नाश्ता हेमंत का चुनावी नाटक: हेमंत वागद्रे

Nilay Daga News: Eating in the poor's chowk, breakfast on Gumthi is Hemant's election drama: Hemant Wagadre.

Nilay Daga News: बैतूल हेमंत खण्डेलवाल एक साल से अधिक समय तक बैतूल के सांसद रहे हैं। 5 साल विधायक भी रहे हैं। लेकिन इस दौरान वे कभी भी किसी गरीब के घर में पहुंचकर चौके चूल्हे तक नहीं गए। लगभग 15 साल से राजनीति में सक्रिय हेमंत खण्डेलवाल को कभी भी चौक-चौराह या चौपाटी में कुछ भी खाते हुए नहीं देखा गया। लेकिन अब जब उन्हें चुनाव में जनता के वोट लेना है तो गरीब के घर, चौके तक पहुंचकर जमीन पर बैठकर खाना खा रहे हैं। गुमठी पर पहुंचकर नाश्ता कर रहे हैं। किसानों के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं। इतना ही नहीं इन फोटो को अखबारों में प्रकाशित करवाकर यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि उन्हें गरीबों की चिंता है। लेकिन वास्तव में यह सब चुनावी स्टंट है।
कांग्रेस कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कांग्रेस नेता एवं जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष हेमंत वागद्रे ने उक्त आरोप लगाते हुए कहा है कि हेमंत खण्डेलवाल लगभग 11 महीने सांसद और 5 साल विधायक रहे हैं। इस दौरान श्री खण्डेलवाल अमीरों के ड्राइंग रूम में तो जरूर कई बार गए लेकिन किसी गरीब के घर जाना उनके शान के खिलाफ था। अब जब चुनाव आ गए हैं तो उन्हें गरीबों की याद आ रही है। गरीबों के वोट लेने वे उनके चौके-चूल्हे तक चले जा रहे हैं। रास्ता चलते सूख रही मक्का भी हाथ में उठाकर देख रहे हैं। छोटी सी गुमठी पर चाय-नाश्ता भी कर रहे हैं। छपरी में बैठकर ग्रामीणों की समस्याएं भी सुन रहे हैं। स्वयं को आम आदमी दिखाने के लिए श्री खण्डेलवाल यह सब हथकण्ठे अपना रहे हैं। यदि श्री खण्डेलवाल सांसद-विधायक रहते हुए गरीबों की चिंता करते और उनके सुख-दुख में शामिल होते तो चुनाव के समय यह सब नौटंकी करने और फोटो खिंचाकर अखबारों में छपवाने की जरूरत नहीं पड़ती। कांग्रेस नेता ने अपने बयान में कहा है कि आज जनता बहुत समझदार हो चुकी है और सारे चुनावी स्टंट भली भांति जानने लगी है। जनता को पता है कि कौन सा नेता चुनाव में दिखावे के लिए गरीबों के चौके-चूल्हे तक पहुंच रहा है और कौन सा नेता हमेशा गरीबों के घर पहुंचता है? जनता ऐसे अवसरवादी नेता को सबक सिखाने का पूरा मन बना चुकी है।

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