Betul Chakkajaam News: परीक्षा नहीं होने से नाराज नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थियों ने किया हाईवे पर चक्काजाम
Betul Chakkajaam News: Angry over non-examination, nursing college students blocked the highway
Betul Chakkajaam News: बैतूल में नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता रद्द करने और परीक्षा नहीं होने से नाराज विद्यार्थियों ने बैतूल-भोपाल नेशनल हाईवे पर भारत भारती के पास चक्काजाम कर दिया। जाम के कारण हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस और पाढर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची। विद्यार्थियों को चक्काजाम खत्म करने के लिए कहा, लेकिन विद्यार्थी पुलिसकर्मियों पर भड़क गए। पुलिसकर्मियों और विद्यार्थियों के बीच काफी समय तक नोंकझोंक भी हुई। स्थिति बिगड़ते देख एसडीएम भी मौके पर पहुंच गए। एसडीएम ने भी विद्यार्थियों को उनकी समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने का भरोसा दिया, लेकिन विद्यार्थी कलेक्टर से मिलने की जिद में अड़े रहे। शनिवार को लगभग बाहर बजे विद्यार्थियों ने हाईवे पर चक्काजाम शुरू किया। घंटों तक हाईवे पर जाम की स्थिति निर्मित रही। कई लोग घंटों तक जाम में फंसे रहने से परेशान होते रहे। हाईवे के दोनों ओर कई किमी तक वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। विद्यार्थियों की जिद के बाद अधिकारियों ने कलेक्टर से चर्चा कर उन्हें मौके पर बुलाया गया। कलेक्टर ने प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों की समस्या को गंभीरता से सुना ओर उनकी समस्या को भोपाल भेजने का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद विद्यार्थियों ने चक्काजाम खत्म किया। चक्काजाम खत्म होने के बाद जाम में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली। विद्यार्थियों की यह है मांग
विद्यार्थियों का कहना है कि उन्होंने बैतूल के कई नर्सिंग कॉलेजों में एडमिशन लेकर पढ़ाई की हैं लेकिन उनकी अब तक परीक्षा नहीं ली गई। कई कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी है। ऐसे में विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में चला गया है। कई ऐसे गरीब विद्यार्थी हैं जिन्होंने बैंक से ब्याज पर पैसे लेकर अपना भविष्य बनाने के लिए नर्सिंग की पढ़ाई की लेकिन अब उनका भविष्य अंधकार में हैं। जिला प्रशासन और सरकार विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर गंभीरता से सोचे। विद्यार्थियों ने कहा कि उनके भविष्य का सवाल है इसलिए वे अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे हैं। आगे भी सरकार ने उनकी मांगों को लेकर ध्यान नहीं दिया तो इसी तरह से धरना प्रदर्शन और चक्काजाम करने के लिए मजबूर होंगे। विद्यार्थियों ने बताया कि बीते चार सालों से उनकी परीक्षा नहीं हो पाई। कॉलेज प्रबंधन भी उन्हें परीक्षा होने का भरोसा देते रहे।



